शुक्रवार, 23 जुलाई 2010

जनरल नाराज, दिल्ली रवाना

पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी आज दिल्ली रवाना हो गए हैं।उनके दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें लगनी शुरु हो गई हैं। माना जा रहा है कि जनरल अपने दिल्ली दौरे के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, लालकृष्ण आडवाणी समेत भाजपा के आला नेताओं से मिलकर मुख्यमंत्री के रंगढंग के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी के भी आज रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है। इन दो दिग्गजों के आलाकमान से मिलने की खबरों के चलते अटकलों का दौर शुरु हो गया है और प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की खबरें एक बार फिर से हवाओं में तैर रही हैं।

प्रदेश के मुखिया से पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी की नाराजगी खत्म होती नजर नहीं आ रही है। पनबिजली परियोजनाओं में अपना नाम घसीटे जाने से वह खफा हैं। एक अंग्रेजी अखबार के दिल्ली संस्करण में राज्य के अफसरों के हवाले से इस घोटाले की जिम्मेदारी जनरल के सर पर डाले जाने की घटना ने जनरल के पारे को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है। इस पर घी डालते हुए प्रतिपक्ष के नेता हरक सिंह रावत ने बीते दिन इस घोटाले में खंडूड़ी को भी लपेट लिया। उन्होने चुनौती दी है कि यदि जनरल पाक साफ हैं तो सामने आयें। गौरतलब है कि प्रतिपक्ष के नेता मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं। इसलिए जनरल के समर्थक हरक सिंह रावत के इस हमले को मुख्यमंत्री द्वारा गाइडेड मिसाइल हमला मान रहे हैं। इस बीच पता चला है कि अपने पर लगातार हो रहे हमलों के खिलाफ जनरल ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र की भाषा काफी सख्त मानी जा रही है और उन सारे कदमों की जानकारी दी गई है जो जनरल के खिलाफ उन्ही की सरकार ने उठाए हैं। बताया जाता है कि जनरल ने कहा है कि मुख्यमंत्री उनके खिलाफ व्यक्तिगत अभियान चला रहे हैं। यहां तक कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में उनके कार्यकाल में मंजूरशुदा योजनाओं को भी रोक दिया गया हैे। बताया जाता है कि इसी पत्र के सिलसिले में गडकरी ने बात करने के लिए उन्हे दिल्ली बुलाया है। गडकरी और आडवाणी से उनकी मुलाकात अहम मानी जारही है। जनरल ने आलाकमान से पनबिजली प्रोजेक्टों को लेकर प्रेस कांफ्रेस करने की इजाजत भी मांग रहे हैं। आलाकमान को डर है कि यदि जनरल ने इस घपले की सीबीआई जांच कराने की मांग कर दी तो भाजपा की जबरदस्त किरकिरी होगी। जनरल के सामने आने से भाजपा मुश्किल में फंस सकती है।
इस बीच पता चला है कि आलाकमान प्रदेश के बारे में कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने से पहले मुख्यमंत्री, कोश्यारी और खंडूड़ी को एक साथ बिठाकर मौजूदा समस्या का समाधान खोजना चाहता है। लेकिन जनरल के समर्थकों का कहना है कि पनबिजली प्रोजेक्टों को लेकर जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ अभियान चलाया जारहा है उससे पैचअप की संभावनायें खत्म हो गई हैं। कोश्यारी के भी जनरल के साथ खड़े हो जाने से भी नेतृत्व परिवर्तन की मुहिम जोर पकड़ गई है। ताया जाता है कि यदि बातचीत से समस्या का हल नहीं निकला तो विधायकों का एक धड़ा सीधे सामने आ सकता है। उल्लेखनीय है कि सहसपुर विधायक के पिटाई कांड से भाजपा के विधायकों का एक धड़ा मोर्चा खोलने के लिए तैयार बैठा है। भाजपा की राजनीति में क्या गुल खिलता है इसके लिए शनिवार को आलाकमान से खंडूड़ी,कोश्यारी की मीट्रिग से तय होगा। सूत्रों का दावा है कि हो सकता है कि मुख्यमंत्री को भी शनिवार को दिल्ली तलब कर लिया जाय।


बुधवार, 21 जुलाई 2010

सत्तर पार लीलाधर जगूड़ी

हिंदी के प्रख्यात कवि लीलाधर जगूड़ी बीती एक जुलाई को सत्तर साल के हो चुके हैं। उन्होने अपना यह जन्म दिन देहरादून की उमस और शोर शराबे से बहुत दूर उत्तरकाशी में मनाया। सेना की नौकरी से लेकर रात के चौकीदार तक कई प्रकार की नौकरियां करने वाले जगूड़ी के निजी जीवन के संघर्ष हैरत में भी डालते हैं और एक मामूली घर में जन्मे एक किशोर की अजेय जिजीविषा की गवाही भी देते हैं।आखिर रात की चौकीदारी करने से लेकर साहित्य अकादमी पुरष्कार पाने तक का यह सफर यूं ही तो नहीं रहा होगा। टिहरी के बीहड़ पहाड़ में बसे धंगड़ गांव के उस अजेय किशोर को उसी की इस कविता के साथ सत्तरवें साल पर सलाम !



हत्यारा

हत्यारा पहने हुए है सबसे महंगे कपड़े

हत्यारे के सारे दांत सोने के हैं पर आंते पैदायशी

हत्यारे के मुंह में जीभ चमड़े की पर चम्मच चांदी का है

हत्यारे का पांव घायल मगर जूता लोहे का

हाथ हड्डी के मगर दस्ताने प्लेटिनम के हैं

हत्यारे के पास करने के लिए हैं कई वारदातेकं

कई दुर्घटनायें

देने को हैं कई जलसे कई समारोह

कई व्यवस्था- विरोध और कई शोक-सभाएॅं

मगर अब तो वह विचार भी देने लगा है

पहले विचार की हत्या के साथ

                      हत्यारा चाहता है तमाम सुंदर और मजबूत विचार

                      हत्याओं के बारे में

                      वह चाहता है जितने भी सुंदर और मजबूत विचार हों

                      सब उसी के हों

                      वह फेंके और विचार चल पड़ें

                      वह मारे और विचार जीवित हों

                       वह गाड़े और विचार फूट पड़ें

                       हत्यारा पूरा माहौल बदलना चाहता है

                      वह आए और शब्द सन्नाटे में बदल जांय

                       वह बोले और भाषा जम जाए

                       हत्या हो समारोह हो और विचार हों सिर्फ उसके